भोजन के साथ पानी न पीना खतरनाक
भोजन के साथ पानी
पीने को लेकर अनेक भ्रांतियां हैं। ये भ्रांतियां और ने नहीं हमारे तथाकथित
विद्वानों द्वारा फैलाई जा रही हैंं। कोई कहता है कि भोजन से पहले पानी पी लें उसके बीच में और बाद में दो घंटे तक पानी हरगिज नहीं लें। कोई कहता है कि भोजन से पहले पानी नहीं लें और भोजन के
पश्चात भी दो घंटे तक पानी नहीं लें। यह सब बकवास है, इसके चक्कर में नहीं पड़ें, वरना बीमार हो जाएंगे। पानी भोजन का ही हिस्सा है और महत्वपूर्ण हिस्सा है। तभी तो जर्मन के शरीर क्रिया वैज्ञानिक रूबनर ने कहा है कि बिना भोजन के जीव
तब तक जीवित रह सकता है जब तक कि उसके शरीर में कुल ग्लाइकोजेन, वसा और प्रोटीन की आधे भाग तक क्षति होती है लेकिन पानी की 20 प्रतिशत क्षति होने पर भी मृत्यु हो सकती है।
शरीर के लिए जल की
उपयोगिता का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि यह भोजन की पाचन क्रिया का
हिस्सा है। यह पाचक रसों को तरल बनाता है, उन्हें उत्तेजित भी
करता है ताकि वे भोजन पर आसानी से क्रिया कर सकें। इसके बाद भोजन का आंतों द्वारा तभी अवशोषण हो पाता है जबकि वह पर्याप्त तरल हो
यानि उसमें पानी हो। पानी के माध्यम से ही पौष्टिक तत्व हमारे शरीर के सभी अंगों
तक पहुंचते हैं। शरीर की हर कोशिका में तीन चौथाई तक पानी रहता है।
यदि आप भोजन के साथ
पानी का सेवन नहीं करेंगे तो भोजन पचेगा ही नहीं। न पाचक रस भोजन में मिश्रित हो पाएंगे और नहीं भोजन शरीर के अंगों तक पहुंचेगा बल्कि भोजन शुष्क
होकर आंतों में विकार पैदा करेगा, जिससे भगंदर आदि बीमारियां हो सकती है।
याद रहे कि डेढ़ घंटे में भोजन का ज्यादातर हिस्सा पचकर आंतों
में अवशोषित हो जाता है। तभी तो भोजन के डेढ़ घंटे
बाद शुगर की जांच कराई जाती है
पानी के चार और महत्वपूर्ण
कार्य हैं। एक यह शरीर से हानिकारक पदार्थों को गुर्दा, त्वचा और आंत के माध्यम से बाहर निकालता है। दो शरीर के तापमान को नियंत्रित
करता है। न केवल गर्मी बल्कि सर्दी से भी बचाता है। तीसरे यह शरीर के नाजुक अंगों जैसे हृदय, फेंफड़े, गुर्दे, मस्तिष्क, यकृत आदि की रक्षा
करता है। चौथे यह स्नेहक के रूप में जोड़ों को
मुलायम रखता है। सभी जोड़ों के चारों ओर ऊतकों के रूप में
पानी से भरी थैलियां होती हैं। ये नष्ट हो जाती हैं तो जोड़ों में जकड़न आ जाती है।
इसलिए भोजन के साथ पानी अवश्य लें और बाद में भी बीच-बीच में लेते रहें। छह से आठ गिलास पानी दिन भर में अवश्य ले लें। शरीर में पानी का संतुलन रहना जरूरी है। इसकी कमी होने पर तो नुकसान है ही ज्यादा होने पर भी नुकसान है।
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