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Showing posts from May, 2021

शेरों का शेर खेमकरन सोगरिया

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                                                 आपने ऐसे कई योद्धाओं के नाम सुने होंगे जिन्होंने एक शेर का शिकार किया। उनमें से किसी को शेरखां तो किसी को शेर सिंह कहा गया। पर एक महायोद्धा ऐसे भी हुए जिन्होंने एक साथ दो शेर पछाड़े। वह शेरों के भी शेर थे। उन्होंने अपनी वीरता के जिंदगी भर झंडे गाढ़े फिर भी हमेशा गुमनाम ही बने रहे। ऐसे ही एक महायोद्धा थे, भरतपुर के खेमकरन सोगरिया। उन्होंने कभी मुगलों को टैक्स नहीं दिया।  सामंत और सरदार उसके नाम से थर-थर कांपते थे। 18वीं सदी में जाटों में बहादुरी के लिए अलीगढ़ के नंदराम, मथुरा के गोकुला, भरतपुर के राजाराम, चूरामणि, महाराजा सूरजमल और महाराजा जवाहर सिंह की तो खूब चर्चा होती है पर खेमकरन को  एकदम नजरअंदाज किया जाता है जबकि एक जमाने में उन्होंने मुगल सम्राट औरंगजेब की नाक में दम कर दी थी। लंबे समय तक दिल्ली से आगरा, आगरा से ग्वालियर और आगरा से अलवर तक रास्तों पर उनके दलों के आने-जाने को रोक दिया था। अठारहवीं शताब्दी की शुरुआत में उन्होंने चूरामणि के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया,  फिर बदन सिंह के साथ भी।  पर बाद मेंंं सत्ता की अंधी दौड़ में उसे

चौ. अजित सिंह ने नहीं होने दिया माल्या का कर्जा माफ

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                                         कमियां तो सब में होती हैं, किसी में कोई  तो किसी में कोई। लेकिन उन्हें बहुत कम लोग ही स्वीकार कर पाते हैं। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह ऐसे ही गिने-चुने साफ सुथरी छवि वाले नेताओं में थे जो अपने  खिलाफ सुन सकते थे और अपने खिलाफ खुद बोल भी सकते थे। सार्वजनिक रूप से अपनी कमियां स्वीकार करने में उन्हें कोई हिचक नहीं थी। वह बहुत ही हंसमुख, सादा सरल और बात-बात पर कह कहे लगाने वाले इंसान थे। अमर उजाला के तत्कालीन चेयरमेन और प्रधान संपादक अशोक अग्रवाल नितांत व्यक्तिगत चर्चाओं में जब उन्हें कहते-‘‘जाट रे जाट, तेरे ऊपर खाट। उन्हें बुरा नहीं लगता।  इसके आगे की कहावत को वह खुद पूरा करते----- तेरे ऊपर कोल्हू’’।  इसके बाद  वह जाटों के बारे में एक-दो कहावतें अपनी ओर से सुनाते- ‘‘अनपढ़ जाट पढ़ा जैसा, पढ़ा-लिखा जाट खुदा जैसा’’,  ‘‘जाट में बुद्धि तब आए, जब बारह बज जाएं’’।  फिर दोनों ठहाके मारकर हंसते। एकदम निश्चल हंसी। एक बार का वाक्या है, आगरा के एक पांच सितारा होटल में वह पत्रकारों से बात कर रहे थे। अनेक राजनीतिक सवालों के ब